Monday, July 21, 2008

सारथी...



अंधेर भरे जीवन में जलाने
के लिए एक जोत लाया हू |
मायूसी भरी आखो के लिए
एक प्यारा -सा ख्वाब लाया हू |
निराशा पूर्ण जीवन के लिए
आशा के एक किरण लाया हू |
काली घनेरी अमावस्या की रात में
पूनम का चाँद लाया हू |
सूखे रेगिस्तान में आज
पानी की फुहार लाया हू |
आज मुसीबतों से भरे जीवन के लिए
समाधानों का भंडार लाया हू |
अशांत मन के लिए
शान्ति भरा अहसास लाया हू |
मै आज आपको आप मे
जल रही आग से परिचित कराने आया हू |
मै कोई और नही बल्कि आपके
ही दिल की धड़कन हू जो आज
आपके सामने आपका सारथी बनकर आया हू |


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